मैंने कहा भैया मैं तब डरती थी जब मैं जिंदा थी! मैंने कहा भैया मैं तब डरती थी जब मैं जिंदा थी!
बस फिर क्या था उसने अपनी जेब से पता नहीं कब एक बड़ा सा चाकू निकाल लिया.. मैं ये समझ नहीं पा रहा था क... बस फिर क्या था उसने अपनी जेब से पता नहीं कब एक बड़ा सा चाकू निकाल लिया.. मैं ये ...
दोनों पति-पत्नी पुलिस बालों की तत्परता से बहुत प्रसन्न हुए। दोनों पति-पत्नी पुलिस बालों की तत्परता से बहुत प्रसन्न हुए।
तभी स्नेहल के पापा आ गए और उसे खींच कर पुलिस थाने ले गए। तभी स्नेहल के पापा आ गए और उसे खींच कर पुलिस थाने ले गए।
लेखक : निकोलाय गोगल अनुवाद : आ. चारुमति रामदास उसके बाद क्या हुआ, हमें सचमुच नहीं मालूम। लेखक : निकोलाय गोगल अनुवाद : आ. चारुमति रामदास उसके बाद क्या हुआ, हमें सचमुच नह...
उसे शायद मेरी ताकत का अनुमान नहीं है। उसे शायद मेरी ताकत का अनुमान नहीं है।